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बायोसा धाम की प्रसिद्ध है देश दुनिया में, लकवे के रोगी होते है ठीक, गांवों में पंहुचाया जाता है निःशुल्क चुग्गा !

पाली : राजस्थान के पाली जिले क्षेत्र में मारवाड़ जंक्शन तहसील के समीपवर्ती है गोदावास में स्थित है बायोसा धाम


राजस्थान ( नरेश कुमार परिहार ): पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन तहसील के नजदीक गोदावास गांव में लगभग 300 साल पुराने चमत्कारिक धार्मिक आस्था के केन्द्र बायोसा धाम की। जंहा लकवा हो या कोई भी असाध्य रोग हो । यहां माताजी हर रोग का निवारण करती है। मरीज व जन जन की आस्था का केन्द्र बन चुके गोदावास बायोसा धाम में देश प्रदेश ही नही विदेशों से भी हर साल लाखों की तादाद में श्रदालु आते है। यहाँ बायोसा माता का मंदिर है, जहाँ सच्ची श्रद्धा से मन्नत मांगने पर शारीरिक कष्टों से राहत मिलती है।

उमड़ पड़ता है मां के द्वार आस्था का सैलाब

नवरात्रि के दिन तो हजारो की संख्या में भक्त आते जाते रहे है। यहां पर माता जी की अखंड ज्योत है। मनोकमना पुरी होने पर यहां पर भक्त चमकिला लाल धागा बांध कर जाता है और हर वर्ष माघ सूदी पूनम को मेला भरता है। मंदिर के भोपाजी प्रतापराम गोयल ने बताया कि मंदिर का जीर्णोद्धार का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

तनोट से आकर यहां विराजी मां

मान्यता है कि गोदावास बायोसा तनोट से यहां आकर बिराजी है। माता तनोट से भादरियाजी, रामदेवरा नाडी, निकलन नाडी होते हुए बायोसा का पारणा उठा और गोदावास आया। यहां गांव के वजाराम गोयल की माता जी गंगाबाई को स्वप्न में दर्शन दिए और लगभग 300 वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण हुआ। बायोसा के पास में ही हिंगलाज माता तथा बाबा रामदेव साथ हनुमान जी के मंदिर भी बना हुआ है। 3

आपकी हर मनोकामना करती है पूरी

भक्तो का कहना है कि मॉ बायोसा से कही भी हो ओर सच्चे मन से मन्नत मांगते है और दरबार में हाजरी लगाता है तो उसे मन्नत पुरी होती है वेसे तो यहा आने वाले श्रदालु बताते है कि यंहा अगर सच्चे मन से कोई मन्नत मांगे तो माँ उनकी मन्नत जरूर पूरी करती है।ओर हर्रा बमारी को दुर करती है। लगभग 300 साल पुराने मारवाड़ के इस प्रमुख आस्था स्थल श्री गोदावास बायोसा मंदिर ट्रस्ट की देखरेख देवस्थान विभाग राजस्थान करता है मंदिर के प्रमुख गादीपति महाराज व भोपाजी प्रताप महाराज है जो मंदिर के मुख्य महंत है। जबकि मंदिर ट्रस्ट के व्यवस्थापक चंद्रप्रकाश है जिनकी देखरेख में मंदिर ट्रस्ट की ओर से निरन्तर विकास कार्य करवाए जा रहे है। बायोसा माताजी मंदिर के साथ ही भव्य बाबा रामदेव मंदिर भी परिसर में बना है।

पीड़ा हरते ही होते है प्रसन्न

मारवाड़ के ग्राम पंचायत हिंगोला खुर्द में स्थित गोदावास बायोसा मंदिर ऐसा धाम है, जहां प्रति वर्ष हजारों की संख्या में अपंग विकलांग व्यक्ति ठीक होने के लिए पहुंचते है। ये मां का चमत्कार ही है कि कई श्रद्धालु जो लौटते-लौटते आते है । मां के दरबार से हंसते-हंसते अपने पैरों पर खड़े होकर जाते है। मान्यता है कि मां के मंदिर में सच्ची श्रद्धा के साथ लगाई गई पांच फेरियों से अपंग व्यक्ति काफी हद तक तो ठीक होते है साथ ही लोगों की मनोकामनाएं भी पूरी होती है। मंदिर में वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।

चुग्गा भिजवाया जाता है निःशुल्क

श्री गोदावास बायोसा धाम गोदावास के व्यवस्थापक चन्द्रप्रकाश ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट की ओर मूक पशु पक्षियों के लिए निरन्तर चुग्गे की व्यवस्था की जा रही है उनके अनुसार मंदिर ट्रस्ट में आने वाले श्रीफल प्रसाद मिष्ठान गुड़ व अनाज को जाडन गोशाला, खाती खेड़ा गोशाला, हनुमान गोशाला, रडावास गोशाला, देवली गोशाला इत्यादि गौ शालाओं में गौ वंश के लिए वितरित किया जाता है। व यहाँ भक्तों द्वारा चढ़ाया जाने वाला अनाज चुग्गा स्थलों पर भेजा जाता है। जबकि मंदिर ट्रस्ट द्वारा पक्षियों के लिए बड़ी मात्रा में चुग्गा पात्र पक्षी विश्राम गृह व पानी के परिंडे भी ट्रस्ट द्वारा धर्मप्रेमियों को निशुल्क उपलब्ध करवाए जाते है। इसी प्रकार मंदिर में वार्षिक मेले का आयोजन हर साल माघ पूर्णिमा को करवाया जाता है जिसमे विशाल भजन संध्या व विशेष पूजा अर्चना व अनुष्ठान के साथ महाप्रसादी का भी आयोजन भी किया जाता है।

पांचवीं पीढ़ी के प्रतापराम कर रहे पूजा

सर्वप्रथमपूजा वजाराम गोयल ने प्रारंभ की। इसके बाद उनके पुत्र हकमाराम गोयल, नैनाराम गोयल, भगवाराम गोयल ने पूजा की। वर्तमान में पांचवीं पीढ़ी के रूप में बायोसा धाम भोपाजी प्रतापराम गोयल मंदिर में अपनी सेवाएं दे रहे है।