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बिजली के बढ़े बिल के विरोध में कंटालिया ग्रामीण बैठे धरने पर, अधिकारी पहुचे मौके पर।

बिजली के बढ़े बिल के विरोध में कंटालिया ग्रामीण बैठे धरने पर, अधिकारी पहुचे मौके पर।

टीम का गठन कर सर्वे करने पर सहमत हुए ग्रामीण।


कंटालिया : कंटालिया ग्राम में मंगलवार को ग्रामीणों द्वारा बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी को लेकर एका एक आक्रोश दिखाई दिया। मंगलवार की सवेरे भारी संख्या में पुरुष व महिलाए बिजली घर के मेन गेट ओर टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने भारी आक्रोश के साथ वर्तमान सरकार द्वारा बिजली के बिलो में स्थायी शुल्क, सेवा शुल्क सहित अन्य करभार में बढ़ोतरी करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए भारी आक्रोश व्याप्त किया। धरने पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए बांध कमांड अध्यक्ष भीकसिंह कुम्पावत व मांगीलाल माली ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा जनता के साथ बहुत अन्याय किया है, सरकार ने लगातार दो वर्षों से लॉक डाउन के चलते कई परिवारों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है, जिसको सरकार ने नजर अंदाज कर बिलो में कई गुणा बढ़ोतरी की गई। जिनको भरना इनके लिए नामुमकिन है।ऐसे में सरकार को बिजली बिल बढ़ाने की बजाय घटाने चाहिए।

                            

धरना स्थल पर पहुचे अधिकारी :

ग्रामीणों द्वारा बिजली बिल बहिष्कार व धरने पर बैठे लोगों की जानकारी मिलते ही सोजत रोड से विधुत विभाग के सहायक अभियंता तिवकेश जावेडा, कनिष्ट अभियंता रविकुमार टांक, ऐआरओ गौरव मूंदडा मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों ने भारी विरोध करते हुए। जनता के साथ न्याय नही होगा तथा बिलो में सुधार नही होगा जब तक ग्रामीण बिलो का बहिस्कार करेंगे। काफी देर तक अधिकारियों ने ग्रामीणों को संतुष्ट करते हुए मीटर व बिलो की जांच को लेकर टीम का गठन कर जांच करने की बात पर ग्रामीण सहमत हुए तथा धरना समाप्त किया।

टीम ने किया सर्वे :

ग्रामीणों की मांग के अनुसार विद्युत विभाग व ग्रामीणों की टीम ने घर घर जाकर सर्वे के दोरान मीटर व बिलो की जांच की जिसमे कई लोगो के बिलो में सुधार किया गया। लगाते सर्वे टीम जबतक सभी बिलो व मीटर का सुधार नही होगा सर्वे जारी रहेगा।

धरने पर उपस्थित रहे :

देवाराम सीरवी, लक्ष्मण माली वाडी, किशन त्रिवेदी, गोपाराम परिहार, मांगीलाल माली, रमेश रेगर, तेजसिंह कुम्पावत, शकूरखा पठान, राणाराम माली, अशोक माली, मदनलाल नायक, अशोक मेवाड़ा, हेमाराम सीरवी, चेनाराम सीरवी, वोराराम प्रजापत, रूपाराम प्रजापत, नारायणसिंह, सांखला, गोरक्ष नाथ, भेराराम सीरवी, कैलाश सिंह बोराणा, दुर्गा देवी, शुग्रीव बानू, सुआ देवी, कमला देवी, अचलि देवी सीरवी सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।