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57 हजार बच्चे ठिठुरते हुए आंगनबाड़ी जाने काे मजबूर: सीएम अंकल, हम भी बच्चे हैं, चिल्ला जाड़े में हमें भी तो लगती है ठंड, छुट्‌टी करवाओ

57 हजार बच्चे ठिठुरते हुए आंगनबाड़ी जाने काे मजबूर: सीएम अंकल, हम भी बच्चे हैं, चिल्ला जाड़े में हमें भी तो लगती है ठंड, छुट्‌टी करवाओ


भरतपुर : ऐसे में  आंगनबाड़ी केंद्राें के बच्चों का अवकाश नहीं किया  जाना एक प्रकार से नाइंसाफी है। सरकार ने प्राथमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय के बच्चों की छुट्टियां सर्दी को देखते हुए 5 जनवरी तक बढ़ा दी है, लेकिन आंगनवाड़ी केंद्र अभी भी संचालित हैं। यहां 3 साल से 6 साल के बच्चे पढ़ने आते हैं। उनके लिए सरकार ने छुट्टी की कोई घोषणा नहीं की है। यह केंद्र बदस्तूर चल रहे हैं। इस कारण बच्चों काे परेशानी हा़े रही है। इस संबंध में महिला बाल विकास परियेाजना की कार्यवाहक डिप्टी डायरेक्टर अर्चना पीपल ने बताया कि हमने मुख्यालय काे इस संबंध में अवगत कराया था, लेकिन वहां से काेई आदेश नहीं आए। इसलिए आंगनबाड़ी केंद्र बदस्तूर चल रहे हैं। सेंटर सुबह 8 बजे से दाेपहर 2 बजे तक संचालित हैं। इन दिनाें चिल्ला जाड़े पड़ रहे हैं। दिन का तापमान 19.8 चला गया है और मौैसम विभाग ने अगले सप्ताह में कोल्ड डे रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा उत्तरी हवाओं के कारण शीत लहर और काेहरे की संभावना है। ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्राें के बच्चों का अवकाश नहीं किया जाना एक प्रकार से नाइंसाफी है। जिले में 2082 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिसमें भरतपुर शहर में 138 केंद्र हैं। जिले में करीब 57 हजार बच्चे नामांकित हैं। जिनमें 3 से 5 साल तक के बच्चों काे अनाैपचारिक शिक्षा दी जाती है। साथ ही भाेजन भी मुहैया कराया जाता है।