जयपुर : राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव के पंद्रह दिन के बाद देर रात एक छात्र नेता की हत्या कर दी गई है। हत्या की इस वारदात के बाद माहौल खराब होने का अंदेशा है। पुलिस ने मुर्दाघर के बाहर पुलिस का अतिरिक्त बंदोबस्त किया है ताकि माहौल खराब नहीं हो। छात्रनेता के साथ जो युवक था उसके साथ भी गंभीर मारपीट की गई है। हत्या की इस वारदात को पूरी तरह से प्लानिंग कर अंजाम दिया गया है। वारदात झुझुनूं जिले में देर रात हुई है। शव को मुर्दाघर में रखवाया गया है।
गाड़ी को आगे पीछे से घेरा, हैड लाइट जलाई और उसके बाद कार से उतरकर पीटना शुरु कर दिया
दरअसल झुंझुनूं में सेठ मोतीलाल कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश झाझड़िया अपने एक साथी संजीव के साथ केहरपुरा से भड़ौंदा खुर्द की ओर आ रहा था, वह ज्यों ही सड़क पर आया, तो सामने खड़ी एक कैंपर गाड़ी ने अचानक लाइट जलाई और राकेश की गाड़ी को टक्कर मारी। हमले को भांपकर राकेश झाझड़िया ने अपनी गाड़ी को पीछे दौड़ाना चाहा, लेकिन पहले से ही पीछे खड़ी एक और कैंपर ने भी राकेश की गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी। दोनों तरफ से घिरे राकेश झाझड़िया को हमलावरों ने घेर लिया और गाड़ी से उतारकर सरियों से बुरी तरह मारपीट की।
दरअसल झुंझुनूं में सेठ मोतीलाल कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश झाझड़िया अपने एक साथी संजीव के साथ केहरपुरा से भड़ौंदा खुर्द की ओर आ रहा था, वह ज्यों ही सड़क पर आया, तो सामने खड़ी एक कैंपर गाड़ी ने अचानक लाइट जलाई और राकेश की गाड़ी को टक्कर मारी। हमले को भांपकर राकेश झाझड़िया ने अपनी गाड़ी को पीछे दौड़ाना चाहा, लेकिन पहले से ही पीछे खड़ी एक और कैंपर ने भी राकेश की गाड़ी को पीछे से टक्कर मारी। दोनों तरफ से घिरे राकेश झाझड़िया को हमलावरों ने घेर लिया और गाड़ी से उतारकर सरियों से बुरी तरह मारपीट की।
वहीं झाझड़िया के साथ गाड़ी में मौजूद संजीव के साथ भी मारपीट की और मोबाइल छीन लिया। बुरी तरह मारपीट करने के बाद हमलावर राकेश को अधमरी अवस्था में छोड़कर चले गए। संजीव ने राकेश के पिता को फोन किया और गाड़ी बुलवाई। गाड़ी से राकेश को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल लाया गया। जहां पर इलाज के दरमियान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट कर लिया है। जिसकाआज पोस्टमार्टम किया जाएगा। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण डीएसपी रोहिताश्व देवंता और बगड़ एसएचओ श्रवण कुमार पहुंचे।
शव नहीं लेने पर अड़े पार्टी के साथी नेता, माहौल खराब होने की संभावना
इधर, घटना की सूचना मिलने पर एसएफआई जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर, पूर्व सरपंच संजीव तोगड़ा कलां और सरपंच प्रतिनिधि अजीत भांबू समेत अन्य छात्रनेता पहुंचे। उनका कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों को अरेस्ट नहीं करती वे लोग शव नहीं उठाएंगे। साथियों का आरोप है कि चुनाव के समय उन्हें धमकियां मिल रही थी। पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी। यहां तक पुलिस को धमकियां देने वालों के नाम तक दिए गए थे। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
इधर, घटना की सूचना मिलने पर एसएफआई जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर, पूर्व सरपंच संजीव तोगड़ा कलां और सरपंच प्रतिनिधि अजीत भांबू समेत अन्य छात्रनेता पहुंचे। उनका कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों को अरेस्ट नहीं करती वे लोग शव नहीं उठाएंगे। साथियों का आरोप है कि चुनाव के समय उन्हें धमकियां मिल रही थी। पुलिस को इसकी सूचना भी दी थी। यहां तक पुलिस को धमकियां देने वालों के नाम तक दिए गए थे। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।

